Delhi to Varanasi Bullet Train : देश में रेल यातायात की दिशा में एक और नया अध्याय जुड़ने वाला है. मालूम हो की दिल्ली से वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन का परिचालन किया जायेगा. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा चलाई जा रही यह बुलेट रेन परियोजना देश की परिवहन व्यवस्था में एक क्रांतिकारी परिवर्तन लाने की क्षमता रखती है. मुंबई – अहमदाबाद के बीच पहले बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी. फिर देश की राजधानी दिल्ली से वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन का परिचालन शुरू होगा.
वर्तमान में देश के कुल 9 बुलेट ट्रेन रूट पर काम चल रहा है. जिसमे मुंबई – अहमदाबाद, दिल्ली – अहमदाबाद, दिल्ली – अमृतसर, दिल्ली – वाराणसी, अमृतसर – जम्मू के अलावा और भी रूट पर तैयारी चल रही है. दिल्ली – वाराणसी सबसे खास बुलेट ट्रेन होने वाली है. क्योकि यह ट्रेन दिल्ली और उत्तर प्रदेश की वाराणसी को जोड़ेगी. इस रेल रूट कॉरिडोर के निर्माण में कुल ₹171,000 crore का खर्च आने वाला है.
बता दें की वर्तमान में दिल्ली से वाराणसी के लिए रेगुलर ट्रेन से सफ़र करने में कुल 15 घंटे से अधिक लगते है. लेकिन बुलेट ट्रेन अपनी रफ़्तार से इस दुरी को मात्र 3 घंटे में पूरा कर लेगा. दिल्ली – वाराणसी बुलेट ट्रेन परियोजना की कुल लम्बाई 958 किमी है. इस रेल रूट पर ट्रेन 350 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से ट्रेन दौड़ेगी. इसमें कुल 13 रेलवे स्टेशन होंगे.
यह बुलेट ट्रेन दिल्ली के सराये काले खां से खुलेगी फिर वहां से नॉएडा होते हुए जेवर एयरपोर्ट रुकेगी. फिर मथुरा, आगरा इटावा के रास्ते कानपूर पहुचेगी. कानपूर के बाद लखनऊ अयोध्या होते होते हुए प्रयागराज पहुचेगी. फिर प्रयागराज से वाराणसी तक पहुचेगी. इस सफ़र में कुल 3-4 घंटे लगने वाले है.
यह बुलेट ट्रेन परियोजना जापान की शिंकानसेन तकनीक पर आधारित है. यह तकनीक विश्वभर में अपनी उच्च सुरक्षा और विश्वसनीयता के लिए जानी जाती है. ट्रेन की गति 300-350 किलोमीटर प्रति घंटे तक होती है. जिससे यह भारत की सबसे तेज ट्रेन बन जाएगी. दुःख की बात यही है की इस बुलेट ट्रेन के परिचालन में अभी सात वर्ष का समय है. इस दिल्ली वाराणसी बुलेट ट्रेन का परिचालन 2031 से करने का प्लान है.