दोस्तों आज के इस पात्र में हम देश के ऐसी बेटी के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि मात्र 22 साल की उम्र मैं बनी आईएएस अफसर इन्होंने पहले गांव घर के झोपड़ियों में बच्चों को पढ़ाती थी आज या मेहनत के दम पर बन गई आईएएस अफसर देश में हर किसी व्यक्ति का सपना होता है कि हम भी पढ़ लिखकर आईएएस अफसर बने.
क्योंकि आईएएस अफसर बनना बहुत कठिन ही बात है क्योंकि आईएएस अफसर बनने के लिए देश के सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी पास करना होता है तब जाकर आईएएस अफसर बनता है. इस लड़की ने खूब मेहनत की और यूपीएससी पास कर आईएएस अफसर बनी.
सिमी करन ने 12वीं तक पढ़ाई दिल्ली पब्लिक स्कूल से की और वह वहां 12वीं में पूरे राज्य का 98 पॉइंट 4 परसेंट अंक पाया था और पूरे स्टेट में टॉप किया था उन्होंने 12वीं के बाद आईआईटी में एडमिशन करवा लिया और पढ़ाई करने लगी तब उन्होंने इंजीनियरिंग के पढ़ाई के दौरान इंटर्नशिप कर रही थी तब उसको स्लम एरिया में बच्चों को पढ़ाने का मौका मिला था.
तब इसके बाद उन्होंने सिविल सर्विस में जाने का फैसला लिया तब सिमी करन इंजीनियरिंग की पढ़ाई की आखरी साल में यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी तब सिमी करन ने बिना कोचिंग के पहले ही कोशिश में यूपीएससी की परीक्षा पास कर की एवं 2019 में ऑल इंडिया में 31 वी रैंक मिली.
सिमी करन का जन्म मूल रूप से उड़ीसा में हुआ लेकिन वह छत्तीसगढ़ के भिलाई में पली-बढ़ी और उन्होंने शुरुआत की पढ़ाई भी वहां से ही की है सिमी करन के पिता का नाम डीएनए कारण है जो भिलाई में स्टील प्लांट में काम करते हैं और उनकी माता का नाम सुजाता है और वह दिल्ली पब्लिक स्कूल में पढ़ाती है.