भारत में परिवहन के क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति आने वाली है. वैसे तो ट्रेन यातायात के क्षेत्र में कई बदलाव आये है. वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेन, वन्दे मेट्रो ट्रेन, नमो भारत ट्रेन, वन्दे भारत स्लीपर, अमृत भारत ट्रेन जैसे नए नए ट्रेन को लांच किया गया है. लेकिन ये सभी ट्रेन हाई स्पीड ट्रेन है. ये सभी ट्रेन सेमी हाई स्पीड ट्रेन है. इसीलिए भारत में बुलेट ट्रेन पर भी काम चल रहा है. इसी कड़ी में अब दिल्ली से वाराणसी के बीच भी बुलेट ट्रेन परियोजना की कवायद तेज कर दी गई है. आपको बात दें की इस बुलेट ट्रेन के परिचालन के बाद दिल्ली से वाराणसी का सफर मात्र ढाई घंटे में पूरा किया जा सकेगा.
जी हां, आपने सही सुना! बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर तेजी से काम किया जा रहा है. जहाँ वर्तमान में दिल्ली से वाराणसी की दूरी तय करने में लगभग 10 से 12 घंटे का समय लगता है वहीं बुलेट ट्रेन से यह सफर केवल 2.5 घंटे में पूरा होगा. वर्तमान में दिल्ली से वाराणसी जाना मतलब एक दिन ख़त्म. एक दिन तो पूरा जाने आने में लग जाता है. लेकिन अब ऐसा नही होगा. बुलेट ट्रेन के बाद सिर्फ ढाई घंटे में यह यात्रा समाप्त हो जाएगी.
दिल्ली वाराणसी बुलेट ट्रेन की रफ्तार और रूट
दिल्ली वाराणसी बुलेट ट्रेन की अधिकतम गति 350 किलोमीटर प्रति घंटे होगी. इसके लिए एक हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर तैयार किया जा रहा है. इस परियोजना की DPR तैयार कर ली गई है. इस कॉरिडोर की कुल लंबाई 813 किलोमीटर होगी. जानकरी के लिए आपको बता दें की इस परियोजना के तहत दिल्ली से वाराणसी के बीच कुल 13 स्टेशन बनाए जाएंगे. इस रूट पर दिल्ली से शुरू होकर यह ट्रेन नोएडा और जेवर एयरपोर्ट पर रुकेगी. फिर वहां से खुलने के बाद मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा जैसे स्टेशनों पर रूकती हुई कन्नौज, और लखनऊ में रुकते हुए अयोध्या, रायबरेली, प्रयागराज और भदोही के रास्ते वाराणसी पहुंचेगी. अभी इसकी समय सारणी की घोषणा नहीं की गई है.
इस बुलेट ट्रेन परियोजना की कुल लागत लगभग ₹1,71,000 करोड़ आंकी गई है. इस महत्वाकांक्षी परियोजना को 2031 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. साल 2031 से दिल्ली से वाराणसी के बीच यात्रा काफी आसान हो जाएगी. जब यह ट्रेन पटरी पर दौड़ेगी तब यह भारत के रेलवे नेटवर्क में एक नई ऊंचाई स्थापित करेगी. सिर्फ इतना ही नहीं इस कॉरिडोर को वाराणसी से कोलकाता तक का विस्तार पर भी काम चल रहा है.