दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे होगा जाम मुक्त: एलिवेटेड निर्माण से मिलेगा समाधान

दिल्ली से गुरुग्राम तक की यात्रा करना वर्तमान में बेहद कठिन हो चुका है. अगर आपको दिल्ली से गुरुग्राम जाना है या फिर गुरुग्राम से दिल्ली आना है तो इस रास्ते में आपको कितना समय लगेगा. इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता क्योकि दिल्ली गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर अक्सर भारी ट्रैफिक जाम लगा रहता है. इस एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का दवाब काफी ज्यादा रहता है. पीक ऑवर में तो चीटीं की रफ़्तार से वाहन चलती है. रोजाना लाखों लोग इस मार्ग का उपयोग करते हैं. ट्रैफिक जाम के कारण सफर तय करने में काफी समय लग जाता है. व्यस्त समय में तो गुरुग्राम से दिल्ली आना-जाना चुनौतीपूर्ण बन गया है. कुछ यात्री का कहना है की वह अनुमान नहीं लगा पाते कि उन्हें कितने समय में अपनी मंजिल तक पहुंचेंगे. ऐसी स्थिति में पूरे एक्सप्रेसवे की सभी पुराणी प्लानिंग विफल होती नजर आती है.

दिल्ली गुरुग्राम एक्सप्रेसवे की जाम की इस समस्या को दूर करने के लिए दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे को जाम मुक्त बनाने की योजना पर काम शुरू होने जा रहा है. इस योजना के तहत एक्सप्रेसवे को एलिवेटेड बनाया जाएगा. पूरा एक्सप्रेसवे एलिवेटेड होने से ट्रैफिक की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी. आपको बता दें की लगभग 27 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे दिल्ली के धौला कुआं से शुरू होकर गुरुग्राम के बाहरी इलाके तक जाता है. यह मार्ग सिर्फ दिल्ली एनसीआर को नहीं जोडती है बल्कि हरियाणा, राजस्थान, मुंबई, गुजरात जैसे प्रमुख राज्यों को भी एक प्रमुख यातायात की सुविधा प्रदान करती है. यह देश के सबसे व्यस्त इंटर-सिटी मार्गों में से एक है.

दिल्ली गुरुग्राम एलिवेटेड एक्सप्रेसवे की योजना

दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे को जाम मुक्त बनाने के लिए इसे एलिवेटेड बनाने का प्लान तैयार किया गया है. ऐसा माना जा रहा है की जल्द से जल्द इस पर काम शुरू होने वाला है. हालाँकि अभी इस प्रोजेक्ट को लेकर किसी तरह की अप्रूवल नहीं मिला है. लेकिन आला अधिकारी की पूरी कोशिश की इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द शुरू कर दिया जाए. इसके अंतर्गत सड़क के ऊपर एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जाएगा. इस एक्सप्रेसवे के एलिवेटेड होने से लोकल ट्रैफिक और लम्बी दुरी के ट्रैफिक दोनों अलग अलग चलेंगे. तो ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी. वाहनों का आवागमन बाधित नहीं होगा और नीचे की सड़क पर ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा. इस परियोजना को जल्द ही शुरू करने की योजना बनाई जा रही है. इसके तत्काल प्रभाव से कार्य प्रारंभ होने की उम्मीद है.