कार्तिक जीवाणी गुजरात के सूरत शहर के रहने वाले है. वो अब एक IAS बन चुके है. लेकिन IAS बनने का उनका यह सफ़र कोई आसान नहीं था. कार्तिक जीवाणी कोई एक बार नहीं बल्कि कुल तीन-तीन बार असफलता का स्वाद चखना पड़ा. लेकिन उन्होंने अपने मन में ठान लिया था की मुझे IAS बनना है तो बनना है. फिर चौथे एटेम्पट में उनको 8 रैंक आया.
कार्तिक जीवाणी ने 12 वीं की पढाई सूरत से ही किया था. वो बचपन से ही पढने-लिखने में काफी अच्छे थे. इसीलिए 12वीं के बाद उन्होंने IIT Bombay में एडमिशन मिल गया. वह से उन्होंने अपना ग्रेजुएशन कम्पलीट किया. फिर वो IAS बनने का सोचने लगे.
उन्होंने साल 2015 में UPSC की परीक्षा की तैयार शुरू कर दिया. फिर अगले वर्ष के परीक्षा में उनको असफलता का मुह देखना पड़ा. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और पूरा प्रेपरेशन को फिर से रीस्टार्ट कर दिया. साल 2017 में उन्को 94 रैंक मिल गया. उसके बाद वो आईपीएस के ट्रेनिंग लेने चले गए. लेकिन उन्होंने IAS बनने की तैयारी भी जारी रखा.
फिर साल 2020 में उनको UPSC में AIR 8 रैंक आया. उन्होंने इस मुकाम को पाने के लिए 10-10 घंटे की पढाई की थी. कार्तिक की कहानी एक प्रेरणादायक उदाहरण है जो अपने संघर्षों से हार नहीं मानते और अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत करते रहते हैं