भारत में प्रॉपर्टी में इन्वेस्टमेंट को सबसे पक्का इन्वेस्टमेंट माना जाता है. प्रॉपर्टी खरीदने के कई फायदे होते है. दिल्ली एनसीआर में रियल एस्टेट क्षेत्र में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है. यहाँ प्लॉट से लेकर फ्लैट की मांग दिन ब दिन बढती ही जा रही है. इन बढती डिमांड के कारण इस वर्ष 2024 की पहली तिमाही में प्रॉपर्टी की कीमतों में भारी उछाल आया है. दिल्ली में कई ऐसे इलाके चिन्हित किये गए है जहाँ प्रॉपर्टी , फ्लैट के खरीदारों के लिए हॉटस्पॉट माना जा रहा है.
दिल्ली एनसीआर में आवासीय इकाइयों की नई आपूर्ति और बिक्री में वृद्धि देखी गई है. रेजिडेंशियल इकाइयों की आपूर्ति में 32% की वृद्धि देखी गई, जबकि बिक्री में 164% की बढ़ोत्तरी हुई है. दिल्ली एनसीआर में प्रॉपर्टी की औसत कीमत में भी 7,600 रुपये तक की वृद्धि देखी गई है. रिपोर्ट में माना जाता है कि गुड़गांव के रियल एस्टेट बाजार में मांग और आपूर्ति दोनों में असाधारण वृद्धि हो रही है. इसी कारण से से निवेशकों का विश्वास बढ़ रहा है.
मिली जानकारी के अनुसार एसपीआर (Southern Peripheral Road) , द्वारका एक्सप्रेसवे और न्यू गुरुग्राम प्रॉपर्टी खरीद बिक्री के नए हॉटस्पॉट बन रहे हैं. इन इलाकों में कुछ इस तरह से इन्फ्रास्ट्रक्चर का कार्य किया गया है की आसपास के MNC में काम करने वाले युवा यहाँ फ्लैट खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे है. इस इलाकों में फ्लैट और प्रॉपर्टी के खरीद बिक्री में 164% की वृद्धि देखि गयी है.
इसके अलावा एसपीआर (Southern Peripheral Road) , द्वारका एक्सप्रेसवे और न्यू गुरुग्राम के सेक्टर 69, 71, 72, 75 और 76 सभी प्रॉपर्टी के दाम बढ़ने भी लगे है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 32% ज्यादा यूनिट की बिक्री हुई है.
दिल्ली एनसीआर में प्रॉपर्टी की औसत कीमतों में भी 10% की उछाल दर्ज की गई है. यह 2023 की पहली तिमाही के मुकाबले ज्यादा है. इससे यह स्पष्ट होता है कि दिल्ली एनसीआर के रियल एस्टेट बाजार में ग्रोस टोटल वैल्यू में 11% की हिस्सेदारी है, जो एक स्थायी बाजार के विकास का संकेत है। यहां की कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार ने भी इस विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।