दिल्ली-एनसीआर को जल्द ही 72.44 किलोमीटर लंबा शानदार मेट्रो कॉरिडोर मिलने जा रहा है. यह मेट्रो कॉरिडोर अपने आप में एक अनोखा कॉरिडोर होगा क्योकि इस कॉरिडोर के एक ही लाइन पर मेट्रो, रैपिड रेल और ट्रांजिट रेल की ट्रेन चलेगी. दिल्ली , नॉएडा , ग्रेटर नॉएडा और गाजियाबाद यह सभी जगह आपस में कनेक्ट हो जाएगी. यह नया कॉरिडोर इस लिए चर्चा में है की इसमें मेट्रो, लाइट रेल ट्रांजिट और रैपिड रेल सभी एक ही रूट पर चलेंगी. इससे नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट, गाजियाबाद और जेवर एयरपोर्ट के बीच का सफर और भी सुगम हो जाएगा. ग्रेटर नॉएडा में बनने वाले इस परियोजना की कुल लंबाई 72.44 किलोमीटर है. साथ ही यह भी बता दें की इसमें 38 स्टेशन शामिल होंगे.
यह मेट्रो कॉरिडोर नॉएडा – ग्रेटर नॉएडा गाजियाबाद और नॉएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तीनो को कनेक्ट करेगा. यह मेट्रो कॉरिडोर नोएडा के सेक्टर 51 से शुरू होकर नॉलेज पार्क-5 तक फैलेगा. इस मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण कई चरणों में होगा. जिसमे से कुल 25 स्टेशनों का निर्माण पहले चरण में किया जाएगा. इन सभी मेट्रो स्टेशनों में ज्यादातर स्टेशन एलिवेटेड होंगी. जानकारी के अनुसार इसमें 21 स्टेशन एलिवेटेड (ऊपरी) होंगे. और मात्र 1 मेट्रो स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे. सिर्फ इतना ही नहीं यह परियोजना ग्रेटर नोएडा वेस्ट को मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी से जोड़ देगी जहाँ से रेलवे, मेट्रो, एयरपोर्ट और रैपिड रेल सभी यातायात के साधन उपलब्ध होंगे.
दिल्ली एनसीआर के ग्रेटर नॉएडा में बनने वाले इस कॉरिडोर का लाइन बिछाने का काम जल्द ही शुरू होने वाला है. मिली जानकारी के अनुसार आने वाले चार महीनों में पटरी बिछाने का काम शुरू कर दिया जायेगा. इस परियोजना को पूरा करने में लगभग 4 से 5 वर्ष लगने की उम्मीद है. यह परियोजना ₹30,529 करोड़ की लागत से तैयार की जा रही है. इस मेट्रो कॉरिडोर के साथ ग्रेटर नोएडा वेस्ट को मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा. इसका अर्थ है कि लोग इस कॉरिडोर का उपयोग करते हुए मेट्रो, लाइट रेल और रैपिड रेल के माध्यम से विभिन्न स्थानों तक आसानी से पहुंच सकेंगे. बात अगर एयरपोर्ट कनेक्टिविटी की करे तो जेवर एयरपोर्ट और गाजियाबाद के महत्वपूर्ण स्थान भी इस नेटवर्क से जुड़े रहेंगे.