राजधानी दिल्ली के नागरिकों को बिजली के बिल में बड़ी राहत मिलेगी. दिल्ली सौर ऊर्जा नीति 2023 के तहत यदि आप अपने घर की छत पर रूफटॉप सोलर पैनल लगवाते हैं तो 400 यूनिट बिजली खपत करने के बाद भी आपका बिजली बिल जीरो हो सकता है. दिल्ली सरकार सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी योजना भी पेश कर रही है. बीते दिन हुई बैठक में यह फैसला लिया गया की घर के छत पर सोलर पैनल लगवाने पर उपभोक्ता को एक माह के भीतर सब्सिडी मिल जाएगी. अगर कोई उपभोक्ता खपत से ज्यादा सोलर के जरिये बिजली का उत्पादन करता है तो बिजली बिल इसे उनके बिजली बिल सब्सिडी में जोड़ दिया जाता है जिससे उपभोक्ताओं को सीधी वित्तीय सहायता मिल सकेगी.
दिल्ली सौर ऊर्जा नीति 2023
इस नीति का उद्देश्य दिल्ली में सौर ऊर्जा का अधिकतम उपयोग कर बिजली संकट को कम करना और पर्यावरण संरक्षण करना है. आपको बता दें की दिल्ली में जो उपभोक्ता सोलर पैनल लगाते हैं उन्हें बिजली बिल की राशी कम आती आती है. यदि कोई उपभोक्ता सोलर पैनल के माध्यम से खपत से अधिक बिजली उत्पादन करता है तो इसका अतिरिक्त लाभ भी उन्हें मिलता है. बिजली कंपनियां उपभोक्ताओं को इस अधिशेष बिजली के बदले में सब्सिडी प्रदान करती हैं जो एक सप्ताह के भीतर उनके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है.
दिल्ली में बिजली सब्सिडी और यूनिट चार्ज
200 यूनिट तक बिजली: निश्शुल्क
201 से 400 यूनिट तक: आधा बिल आएगा
सोलर पैनल लागत: 2 किलोवाट के सोलर पैनल लगाने में 90,000 रुपये खर्च होंगे
बिजली बिल बचत: हर महीने 1370 रुपये की बचत
जीबीआई (गवर्नमेंट बाय इन्वेस्टमेंट): हर महीने 700 रुपये
निवेश वसूली: 4 वर्षों में 90,000 रुपये का निवेश वसूल होगा
सोलर पैनल की अवधि: कम से कम 25 साल
प्रोत्साहन राशि: 5 वर्षों तक मिलेगी