दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. आपको बता दें की दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे देश की सबसे लम्बी एक्सप्रेसवे है इस मेगा प्रोजेक्ट का लगभग 85% से 90% काम पूरा होने वाला है. हालाँकि इस प्रोजेक्ट मार्च 2025 तक पूरा कर देने का लक्ष्य था लेकिन अब ऐसा लग रहा है की यह मार्च में ख़त्म नहीं हो पायेगी. अगले वर्ष के अक्टूबर नवम्बर तक दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का कार्य पूरा हो सकता है. इस एक्सप्रेसवे का सबसे बड़ा लाभ दिल्ली-एनसीआर के यात्रियों को मिलेगा. दिल्ली से फरीदबाद, गुरुग्राम , बल्लभगढ़ , सोहना, और अलवर जैसे शहरों में आना जाना आसान हो जायेगा. खासकर दिल्ली से फरीदाबाद और आसपास के क्षेत्रों में आने-जाने वाले लोगों के लिए यह सफर बहुत सुगम हो जाएगा.
बता दें की NHAI से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली के जैतपुर से सोहना तक का हिस्सा दिसंबर के अंत तक शुरू कर दिया जाएगा. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 1,350 किलोमीटर है. यह शानदार एक्सप्रेसवे 8 लेन चौड़ा है जिसे भविष्य में 12 लेन तक बढ़ाया जा सकता है. यह एक्सप्रेसवे देश की सबसे बड़ी सड़कों में से एक होगा साथ ही आपको बता दें की इसके निर्माण में लगभग ₹1,00,000 करोड़ की लागत आई है.
वर्तमान रिपोर्ट की बात करे तो अभी इस दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के दिल्ली वाले हिस्से के डीएनडी से जैतपुर के बीच अभी कुछ जगहों पर मेट्रो लाइन के ऊपर फ्लाईओवर का निर्माण बाकी है. कुल चार जगहों पर इन फ्लाईओवर्स का काम तेजी से किया जा रहा है . मीठापुर चौक से लेकर जैतपुर तक का हिस्सा दिसंबर में शुरू कर दिया जाएगा. यह एक्सप्रेसवे दिल्ली से शुरू हो कर कुल 6 राज्यों से होकर गुजरेगी. जिसमे निम्नलिखित शहर शामिल होंगे.
दिल्ली
गुड़गांव
फरीदाबाद
बल्लभगढ़
सोहना
अलवर
बांदीकुई
दौसा
सवाई माधोपुर
कोटा
गरोठ
मंदसौर
जौरा
रतलाम
थandla
दाहोद
गोधरा
वडोदरा
भरूच
सूरत
नवसारी
वलसाड
वापी
वीरार
मुंबई