• एमसीडी द्वारा गार्बेज कैफे की शुरुआत की है।
  • साउथ दिल्ली में हौजखास, ग्रीन पार्क, सीआर पार्क, ग्रेटर कैलाश सहित 21 जगहों पर गार्बेज कैफे शुरू किए गए हैं।
  • इन कैफे में कोई भी प्लास्टिक वेस्ट देकर गुलाब जामुन, समोसे या थाली का स्वाद चख सकता है।
  • 20 फरवरी से शुरू
  • इसलिए 21 जगहों पर गार्बेज कैफे खोले गए हैं।
  • इनके माध्यम से 45 दिनों में 467 किलोग्राम प्लास्टिक वेस्ट कलेक्ट किया गया है।

दिल्ली में प्लास्टिक के प्रयोग को कम करने के लिए एमसीडी द्वारा एक अनोखा इनिशिएटिव शुरू किया गया है. इसके तहत लोग अपने साथ वेस्ट प्लास्टिक साथ में लाये और बदले में समोसा और गुलाब जामुन ले जाये. दिल्ली के साउथ दिल्ली में गार्बेज कैफे की शुरुआत की है। यह कैफे साउथ दिल्ली के हौजखास, ग्रीन पार्क, सीआर पार्क, और ग्रेटर कैलाश जैसे 21 स्थानों पर स्थापित किए गए हैं।

यह अनोखा इनिशिएटिव 20 फेब से शुरू हो चूका है. अधिकारीयों की माने तो अब तक 45 दिनों में 465 किलोमीटर प्लास्टिक को इकठ्ठा कर लिया गया है. ये काम बहुत आसान है इसमें बस इतना करना है की लोगों को प्लास्टिक वेस्ट देने पर समोसे और गुलाब जामुन का आनंद भी मिलता है।

यहां लोगों को अपना योगदान देते हुए उन्हें समोसे, गुलाब जामुन का लुफ्त भी उठा रहे है. साथ ही सिंगल यूज प्लास्टिक को जमा करके पर्यारण को साफ़ करने में अपना अमूल्य योगदान भी दे रहे है.

दिल्ली के कई इलाके में गार्बेज कैफ़े खोल दिया गया है. आइये जानते है किस इलाके में कितने कैफ़े है.

हौज खास: 3 कैफे
मालवीय नगर: 2 कैफे
ग्रीन पार्क: 4 कैफे
मुनिरका: 2 कैफे
आरके पुरम: 2 कैफे
वसंत विहार: 1 कैफे
लाडो सराय: 1 कैफे
महरौली: 1 कैफे
वसंत कुंज: 1 कैफे
भाटी माइंस: 1 कैफे
छतरपुर: 1 कैफे
ग्रेटर कैलाश: 1 कैफे
देवली: 1 कैफे

Rishav Roy, a journalist with four years of expertise, excels in content writing, news analysis, and cutting-edge ground reporting. His commitment to delivering accurate and compelling stories sets him...