अक्सर ऐसा देखा जाता था की दिल्ली मेट्रो के दरवाजे बंद होते वक्त यात्री के कपडे फंस जाते थे. लेकिन अब DMRC (दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन) ऐसी तकनीक लेकर आई है जिससे इस मुश्किल का समाधान हो जायेगा. अब दिल्ली मेट्रो के दरवाजों में साड़ी, रूमाल, या किसी भी पतली वस्तु के फंसने से कोई दिक्कत नहीं होगी. DMRC के तरफ से जानकारी मिल रही है की अगर मेट्रो के दरवाजों में किसी यात्री का किसी तरह का कपड़ा या वस्त्र , साड़ी, धोती, दुपट्टा फंसता है तो मेट्रो के गेट बंद नहीं होंगे.
जी हाँ दोस्तों आपने सही सुना दिल्ली मेट्रो में अब नई टेक्नोलॉजी पर काम हो रहा है. जिसके तहत सभी मेट्रो में एंटी ड्रैग सिस्टम लगाये जायेंगे. यह एंटी ड्रैग सिस्टम एक खास तरह का तकनीक है जिसमे अगर किसी व्यक्ति की 0.5 मीमी से भी पतली वास्तु दरवाजे बंद होते वक्त फंस जाता है तो तभी दरवाजा बंद नहीं होगा. जब दरवाजा बंद नहीं होगा तो मेट्रो भी आगे नहीं बढ़ेगी. इसके लिए कुल 3 करोड़ रूपये खर्च करने का प्लान है.
आपको बता दें की एंटी ड्रैग सिस्टम दो तरह के होते है : पहला डायनेमिक एंटी ग्रैग सिस्टम और दूसरा स्टेटिक एंटी ग्रैग सिस्टम. डायनेमिक एंटी ग्रैग सिस्टम में 0.5 मिमी तक के वस्तुओं को डिटेक्ट करने की क्षमता होती है. लेकिन स्टेटिक एंटी ग्रैग सिस्टम वाले में भी ऐसा होगा और जैसे ही कुछ दरवाजे में फसेगा तो तुरंत एमरजेंसी ब्रेक लग जायेगा.
DMRC के द्वारा अब इस तकनीक का पायलट प्रोजेक्ट शुरू होने वाला है. इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत सबसे पहले रेड लाइन की 3 और ब्लू लाइन की 2 मेट्रो में इसका प्रयोग किया जायेगा. सफलता मिलने पर इसे सभी मेट्रो में लगा दिया जायेगा.