New Delhi: गाजीपुर में कूड़े का पहाड़ और बूचड़खाना मेट्रो के लिए बड़ी समस्या बन गया है। यहां मँडराते बाजों के कारण मेट्रो की ब्लू लाइन प्रभावित है। सोमवार को यमुना बैंक और इंद्रप्रस्थ के बीच बाज के हाई वोल्टेज तार से टकरा जाने से मेट्रो के पहिए ठप हो गए, जिससे यात्रियों को परेशानी हुई। दो दिन बाद गुरुवार को बाज ने तार पर केबल गिरा दिया, जिससे मेट्रो सेवा प्रभावित हुई।
मेट्रो संचालन के अधिकारी ने बताया, “मेट्रो के लिए पक्षी एक बड़ी समस्या है। 2017 में जर्मन तकनीकी स्पाइक डिस्क लगाकर इससे निपटने का प्रयास किया गया था। तब से घटनाएं घटी हैं, लेकिन बढ़ती जा रही हैं। चील की संख्या चिंता का कारण है। यमुना बैंक क्षेत्र इंद्रप्रस्थ से सबसे अधिक प्रभावित है। इसका कारण पास का गाजीपुर लैंडफिल साइट और बूचड़खाना है।
यहां मँडराते चील पानी की तलाश में यमुना डूब क्षेत्र में आ जाते हैं। इससे वे कई बार मेट्रो के हाई वोल्टेज तारों से टकरा जाते हैं। अधिकारी ने बताया कि पक्षियों को बिजली की लाइनों से टकराने से रोकने के लिए वर्तमान में विश्व स्तर पर कोई तकनीक नहीं है। हालांकि, डीएमआरसी अचानक तार टूटने का आकलन करने में लगी हुई है। प्रारंभिक आधार पर, यह माना जाता है कि ओएचई एक बाज या अन्य भारी पक्षी के बैठने के कारण खराब हो गया, जिससे संचालन प्रभावित हुआ।