दिल्ली से गुरुग्राम तक का सफर जल्द ही जाम मुक्त और सुगम होने जा रहा है. वर्तमान में दिल्ली से गुरुग्राम जाना एक कठिन कार्य बन चूका है. अगर रोड से गए तो ट्रैफिक मिलेगी ये पक्की है. कितने देर के ट्रैफिक जाम मिलेगी ये पीक ऑवर पर निर्भर है. सुबह 8 बजे से 11 बजे तक तो चीटियों की रफ़्तार से चलती है. बाद में थोड़ी ठीक होती है लेकिन ट्रैफिक जाम तो लगी ही रहती है. ऐसे में अब नए तरीके के समाधान निकाले जा रहे है. यह इसलिए है की उस रूट पर अब खाली जमीन नहीं है की रोड बनाया जा सके. इसलिए वहां 3 लेयर में एलिवेटेड रोड बनाने की बात चल रही है. दिल्ली-गुरुग्राम रोड पर अत्यधिक ट्रैफिक के कारण यात्रियों को रोजाना जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है. खासकर धौलाकुआं से लेकर आईएमटी मानेसर तक ट्रैफिक 24 घंटे स्लो रहती है. जानकारी के लिए आपको बता दें की दिल्ली गुरुग्राम रोड पर प्रतिदिन साढ़े चार से पांच लाख वाहन सिरहौल बॉर्डर को पार करते हैं.
दिल्ली-जयपुर हाईवे (दिल्ली गुरुग्राम) पर जाम से राहत दिलाने के लिए इसे तीन-स्तरीय एलिवेटेड हाईवे के रूप में विकसित करने की योजना है. हालाँकि अभी इस परियोजना की बात ही चल रही है. लेकिन 3 लेयर में रोड बनाने एक अलावा दुसरे कोई उपाय तो नजर नहीं आ रहा है. इस 3 लेयर वाली एलिवेटेड रोड में प्रत्येक पांच किलोमीटर के अंतराल पर इंटरचेंज या जंक्शन बनाए जाएंगे. यह जंक्शन क्लोवरलीफ की तरह डिजाइन किए जाएंगे ताकि किसी भी दिशा से आने वाले वाहन बिना किसी रुकावट के दूसरे रास्ते की ओर तेजी से आगे बढ़ सकें.
दिल्ली-जयपुर हाईवे को सिरहौल बॉर्डर से गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड और गुरुग्राम-सोहना हाईवे तक अरावली की पहाड़ियों के ऊपर से एलिवेटेड हाईवे के रूप में विकसित किया जाएगा. दिल्ली-गुरुग्राम रोड पर 24 घंटे भारी ट्रैफिक रहता है. इस रोड को एलिवेटेड हाईवे के रूप में विकसित करना ही इस समस्या का स्थायी समाधान माना जा रहा है.