दोस्तों दुनिया का सबसे कठिन परीक्षाओ में से एक है (UPSC) इस कठिन परीक्षा में लाखों कैंडिडेट्स सामिल होते है. किन्तु सफलता कुछ तेज तरार कैंडिडेट्स ही हासिल कर पाते है. वही कुछ ऐसे कैंडिडेट्स भी होते है जो कठिन परिश्रम के बदौलत बिना कोई कोचिंग किये ही सफलता हासिल कर लेते है.
ऐसे बेहद प्रेरणादायक कहानी है. हिमाचल के सिरमौर जिला के रणदीप सिंह सरोल्टा की. बता दे कि रणदीप ने बिना कोई कोचिंग किये ही देश का सबसे कठिन परीक्षा में सफलता हासिल किये है और सहायक कमांडेंट बने है. आइये जानते है इनकी यूपीएससी यात्रा के बारे में…
जानकारी के मुताबिक रणदीप सिंह सरोल्टा मूल रूप से हिमाचल के सिरमौर जिला के रहने वाले है. इनके पिता का नाम पिता जगदीश चंद सरोल्टा है. जो कि वो एक किसान हैं. वही रणदीप की माँ का नाम निर्मला देवी हाउसवाइफ है. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई की तो बचपन से पढाई लिखाई में तेज रणदीप अपनी शुरुआती पढाई गाव से ही पूरा किये है.
शुरुआती पढाई गाव से पूरा करने के बाद रणदीप जवाहर नवोदय विद्यालय नाहन से अपनी 12th तक पढ़ाई पूरा किये है. इसके बाद रणदीप इंडियन नेवी में भर्ती हो गए. और उसी समय उन्होंने अंग्रेगी और लोक प्रशासन विषय में मास्टर डिग्री हासिल की.
वही आपको बता दे कि रणदीप को बचपन से ही सेना की वर्दी पहनने के शौक था. जोकि इंडियन नेवी में पूरा हो गया था. स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद उन्होंने सहायक कमांडेंट बनने के लिए पूरी हिम्मत और मेहनत की. और रणदीप का सेना में अधिकारी बनने का सपना पूरा हुआ है.