फेलियर में ही कामयाबी का राज़ छुपा होता है. और अगर फेलियर की आलोचना होने लगे तो इसे और पॉजिटिव रूप में लेना चाहिए. वो नकारात्मक उर्जा को सकरात्मक तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए. संदीप जांगड़ा का जीवन कहानी भी कुछ ऐसे ही. जिसको सुनने से हमें उत्साह और साहस मिलता है।
संदीप जांगड़ा पिज़्जा गैलेरिया नामक एक कंपनी चलाते है. पिज़्जा गैलेरिया का का कुल 32 आउटलेट है पुरे देश में. उन्होंने ने यह काम अपने होम सिटी गोहाना से शुरू की थी. यह जगह हरियाणा के सोनीपत जिले में स्थित है. इनके कंपनी की कुल टर्न ओवर अभी 25 करोड़ रुपया है. उन्होंने एक छोटे दुकान से इसे पिज़्ज़ा गैलरिया कि शुरुआत की थी.
संदीप जांगड़ा ने इंजीनियरिंग किया है. बड़ी ही मुस्किल से उन्होंने इंजीनियरिंग पास की. उनका मन पढाई में नहीं लगता था. इंजीनियरिंग के बाद वो 9 हजार रुपया की नौकरी शुरू कर दी थी. संदीप जांगड़ा के पिता एक कारपेंटर है. इनका परिवार एक मध्यम वर्गीय था.
शुरू में उन्होंने ने मार्केटिंग पर अच्छा समय दिया और पिज्जा गैलेरिया की पहली दुकान ने उन्हें अच्छा रेस्पॉन्स दिया। धीरे-धीरे उन्होंने अपने बिज़नेस का विस्तार होने लगा. आज पिज्जा गैलेरिया के 32 ऑउटलेट हैं। इससे 600 लोगों को रोजगार मिल रहा है। साथ ही सालाना कुल टर्न ओवर 25 करोड़ रूपये की है.
एक समय संदीप के जीवन में ऐसा भी आया की लोग और सभी साथी उन्हें लूज़र पुकारने लगे थे. पढाई में मिली असफलता ने उन्हें अन्दर से तोड़ दिया था. लेकिन संदीप ने हार नहीं मानी . संदीप ने अपनी मेहनत, आत्मविश्वास और विश्वास के साथ अपने सपनों को पूरा किया। संदीप जांगड़ा की कहानी से जीवन में हार नहीं मानने का संदेश मिलता है।