संजय गुप्ता बलिया जिले के सीताकुंड गांव से हैं। उन्होंने UPPCS 2023 परीक्षा में 57वीं रैंक हासिल की है। उन्हें डिप्टी जेलर पद मिलेगा। संजय पूर्व सैनिक हैं और भारतीय नौसेना में सेवा की थी। उनका चयन डिप्टी जेलर के लिए हुआ है।
उन्होंने नौसेना सेवा के दौरान IGNOU से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। संजय की शादी 2010 में हुई थी। उन्होंने नौकरी के बाद सिविल सेवा की तैयारी की। उनके परिवार का मुख्य व्यावसायिक धंधा है। उनके पिता का नाम दशरथ प्रसाद है।
संजय की मां का नाम कमला देवी है। संजय ने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में निरंतरता को महत्व दिया है। उन्होंने परीक्षा की तैयारी के दौरान धैर्य और आत्मविश्वास का साथ दिया। संजय ने अपने मित्रों को प्रेरित किया है कि उन्हें भी अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए मेहनत करनी चाहिए। उन्होंने अपने परिवार का गर्व बढ़ाया है।
उनके पिता ने भी उनकी सफलता पर खुशी जाहिर की है। संजय गुप्ता ने अपने कठिनाईयों का सामना करके सफलता प्राप्त की है। उनकी कहानी हमें मिलीभगत की भावना और मेहनत का महत्व सिखाती है। संजय की प्रेरणादायक कहानी देशवासियों के बीच प्रसारित होनी चाहिए। उनका उदाहरण युवाओं को संघर्ष की दिशा में प्रेरित कर सकता है। संजय का परिवार उनकी सफलता पर गर्वित है।
उनकी कठिनाईयों और संघर्ष की कहानी लोगों को प्रेरित कर सकती है। संजय ने अपने लक्ष्य को पाने के लिए संघर्ष किया है। उनकी सफलता उनके परिवार के लिए गर्व का विषय है। संजय ने अपने जीवन में अपने लक्ष्यों को पाने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। उन्होंने अपने जीवन में विभिन्न कठिनाइयों का सामना किया है।
संजय ने अपने मित्रों को भी प्रेरित किया है कि वे भी मेहनत करें और अपने लक्ष्यों को पाएं। उन्होंने अपनी सफलता के पीछे मेहनत और आत्मविश्वास का महत्व जाना है। संजय की कहानी हमें यह बताती है कि कठिनाइयों का सामना करने के लिए धैर्य और संघर्ष का महत्व होता है। उनकी सफलता एक प्रेरणास्त्रोत है जो लोगों को अपने लक्ष्यों को पाने के लिए मेहनत करने के लिए प्रेरित करती है।