जीवन की परिस्थिति कैसी भी हो, जिस वक्त आप ठान लेते है की मुझे कुछ करना है, उसी वक्त से आपके आसपास से पॉजिटिव उर्जा आपसे जुड़ने लगती है. इस बात को आप हमेशा याद रखे. सिर्फ आपने मन में यह बात आ गई की आप कुछ भी कर सकते या फिर किसी भी लक्ष्य को पा सकते है तत्काल उसी वक्त से आपका के अन्दर से परिवर्तन शुरू हो जाती है.
कई ऐसे उदहारण है दुनिया में जिसे लोगो ने कहा तुमसे कुछ नहीं होगा. उसी से सबसे बड़ा काम कर दिखाया. राजस्थान की दो बहने है दीपाली शर्मा और छवि शर्मा. दोनों ही बड़ी मेधावी युवती है. दोनों ही अभी एक कामयाबी भरी जिंदगी जी रही है. लेकिन आपको यह जान लेना चाहिए की दोनों बहने न ही सुन सकती है और न ही बोल सकती है. मतलब की यह दोनों बहन 80% दिव्यांग है.
दिपाली शर्मा और छवि शर्मा जयपुर की रहने वाली जिनके जीवन की कहानी किसी प्रेरणा से कम नहीं है. दोनों में मिलकर अभी तक कुल 400 से भी ज्यादा पेंटिंग बना चुकी है. वे दोनों बहन कुल 15 वर्षो से लगातार पेंटिंग बना रही है. सभी जगह देश-विदेश में इनके द्वारा बनाई गई पेंटिंग की सराहना की गई है. सिंगापुर तक इनकी पेंटिंग की एग्जीबिशन हो चुकी है.
आपको बता दें की दीपाली शर्मा और छवि शर्मा दोनों को गोल्ड मैडल और सिल्वर मैडल से सम्मानित किया जा चूका है. गवर्नमेंट के तरफ से भी दिव्यांग जन स्टेट कला अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चूका है. दिपाली और छवि की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि यदि कोई व्यक्ति मेहनत, उत्साह और लगन से किसी क्षेत्र में मेहनत करे, तो वह सफलता जरूर प्राप्त करता है।
दीपाली और छवि के पिता SBI के कर्मचारी है. उन्होंने VRS से सेवानिवृत्त ले लिया है. अब पिता की इच्छा है की दोनों बेटी को जीवन में आगे और बढ़ाने में सपोर्ट करें. दिपाली और छवि ने जयपुर के आईसीजी कॉलेज से विजुअल आर्ट में मास्टर्स किया है