संगीता कुमारी वैशाली की रहने वाली है. एक समय था संगीता कुमारी घूम-घूम कर वह मशरूम बेचती थी. लेकिन लॉकडाउन के कारण उनकी बिक्री बंद हो गई। इनकी दो बेटियां है, जो पढ़ती है. बाद में उनकी बेटियों ने उन्हें मशरूम के चॉकलेट बनाने का सुझाव दिया। उन्होंने मशरूम से टॉफी, बिस्किट, और बरी बनाई। उन्होंने बिना किसी लोन के 2,00,000 रुपए का मुनाफा कर लिया. अपनी कमाई से संगीता ने अपनी दोनों बेटियों को इंजीनियर बना दिया है।
संगीता कुमारी ने बताया कि उनकी प्रारंभिक व्यापारिक गतिविधि मशरूम बेचना था। फिर उन्होंने सोचा की चॉकलेट का स्वाद लोगों को पसंद है, तो क्योना चोकोलेट बना कर बेचा . संगीता ने वैशाली में रहते हुए मशरूम की चॉकलेट बनाना शुरू किया।
उनकी टॉफी को लोगों ने पसंद किया और यह सेहत के लिए भी फायदेमंद है। उन्होंने मशरूम की खेती शुरू की और अलग-अलग उत्पादों का निर्माण किया। संगीता ने मशरूम से बिस्किट, बरी, और चॉकलेट बनाना शुरू किया। संगीता ने व्यापार की लागत केवल 2000 रुपए में शुरू की थी।
बिज़नस शुरू करने के लिए उन्होंने किसी लोन का सहारा नहीं लिया। संगीता ने अब तक 2,00,000 रुपए की बचत की है। उनकी बिजनेस में सफलता की कहानी उनके बेटियों के साथ जुड़ी है। उन्होंने मरूवा से भी बिस्किट बनाना शुरू किया है। उनकी बिस्किट की कीमत 100 रुपए/250 ग्राम है। मशरूम की टॉफी 10 रुपये प्रति पीस में मिलती है।