कैश रुपया रखना अब बहुत पुरानी बात होती जा रही है. खास कर दिल्ली जैसे महानगर में तो अब ऑनलाइन UPI पेमेंट का चलन पूरी तरह से अपना पांव पसार चूका है. नई उपलब्धि में अब दिल्ली और देश का सबसे बड़ा हॉस्पिटल AIIMS (All India Institute of Medical Sciences, New Delhi) ने अभी अपना नया स्मार्ट कार्ड लांच कर दिया है. यह खास सुविधा दिल्ली AIIMS में इलाज करवा रहे सभी मरीज और उनके अटेंडेंट के लिए उपलब्ध होगी.

दिल्ली मेट्रो के ही तरह अब AIIMS भी सभी लोगो के लिए एक स्मार्ट कार्ड की सुविधा लेकर आया है. यह एक ऐसा फीचर है जिसमे तहत AIIMS के अन्दर लोगो को सभी काउंटर पर रुपया देने की जरुरत नहीं है. एक बार स्मार्ट कार्ड बनवा लेना है, फिर उसमे कुछ खर्च के लिए रुपया डलवा लेना है (जिसे हम मेट्रो में कार्ड रिचार्ज करवाना कहते है.) फिर उसी स्मार्ट कार्ड को AIIMS के अन्दर किसी भी काउंटर पर सामान के लेनदेन कर सकते है. इलाज के लिए रकम, कैफेटेरिया , जांच या फिर किसी अन्य जगह पर खर्च होने वाले सभी राशी का भुगतान इससे किया जा सकेगा.

हालाँकि पुरे AIIMS में डिजिटल पेमेंट जैसे UPI, phonepe या फिर GPay, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड सभी तरह की सुविधा पहले से उपलब्ध है लेकिन कई सारे ऐसे लोगो होते है जिनके पास सिर्फ कैश होता है. कई लोग ऐसे होते है जो डिजिटल पेमेंट में यकीन नहीं रखते है. उनके लिए यह स्मार्ट कार्ड की सुविधा शुरू की गई है. वो बस एक बार इस कार्ड को बनवा लेंगे. फिर उसमे अपनी जरुरत के हिसाब से रिचार्ज करवा लेंगे. फिर उसे पुरे AIIMS में खर्च करते रहेंगे ठीक मेट्रो स्मार्ट कार्ड की तरह.

एक बार कार्ड बनवा लेने के बाद उस स्मार्ट कार्ड की वैलिडिटी 5 वर्ष तक रहेगी. AIIMS में कार्ड बनवाते वक्त किसी तरह का एक्स्ट्रा चार्ज नहीं है. AIIMS में दूर-दूर से मरीज सिर्फ कैश लेकर आते है. लेकिन अब हॉस्पिटल परिसर के कैफेटेरिया में कैश लेने पर रोक लगाई जा रही है. सिर्फ ऑनलाइन या फिर डिजिटल पेमेंट से ही पेमेंट किया जा सकेगा. इसीलिए यह स्मार्ट कार्ड की स्कीम उनलोगों के लिए लागु की गई है जिनके पास सिर्फ कैश है.

Rishav Roy, a journalist with four years of expertise, excels in content writing, news analysis, and cutting-edge ground reporting. His commitment to delivering accurate and compelling stories sets him...