UPSC Success Story: अगर आपके इरादे मजबूत है तो आप कितनी बार भी फेल हो जाये कोई फर्क नहीं पड़ता. आपको वो सब कुछ मिलेगा जिसके आप योग्य है. इसीलिए जब भी असफलता हाथ लगे तो उसे स्वीकार कर फिर से कोशिस में लग जाना चाहिए. यह बात उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के तृप्ति पर एक दम सटीक बैठती है. तृप्ति वो लगातार चार बार असफलता मिली. लेकिन तृप्ति ने कभी पीछे मुड कर नहीं देखा.
तृप्ति जो गोंडा जिले के परसपुर विकासखंड के धौरहरा गांव की रहने वाली है अपनी पांचवीं कोशिश में UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) में सफलता प्राप्त की है. तृप्ति को UPSC परीक्षा में आल इंडिया 199वीं रैंक आया है. यह उसका पाचवां एटेम्पट था.
आपको बता दें की तृप्ति कलहंस ने बिना किसी कोचिंग के मदद के यह मुकाम हासिल किया है. उनका मानना है की सही मार्गदर्शन और कम-से-कम 8 से 12 घंटे की पढाई के बाद रिजल्ट आ ही जाता है. अभी उनकी उम्र 23 वर्ष है. अभी तृप्ति दिल्ली में रहती है.
तृप्ति के पिता नवरंग सिंह है. वो एक ग्राहक बैंक का सञ्चालन करते है. तृप्ति की माँ गृहणी है. जब उन दोनों को यह पता चला की बेटी ने UPSC परीक्षा पास कर लिया है. तो उनकी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा. आपको बता दें की तृप्ति की प्रारंभिक परीक्षा गोंडा जिले में ही हुई है. वो फातिमा इंटर से +2 की परीक्षा उत्तीर्ण हुई थी. बाद में वो दिल्ली आकर IAS की तैयार में लग गई थी.