मुजफ्फरपुर जिले के रहने वाले आईएएस विशाल ने यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त की। विशाल ने दिखाया कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता। उन्होंने अपने परिवार और अध्यापक को अपनी सफलता का श्रेय दिया। उनके अध्यापक ने उनकी मदद की और आर्थिक सहायता भी की। विशाल एक बेहद गरीब परिवार से हैं। उनके पिता की मौत के बाद परिवार की हालत काफी खराब थी। उनकी मां ने बकरी और भैंस पालकर परिवार का संभाला।

विशाल ने यूपीएससी परीक्षा में 484वां स्थान हासिल किया। विशाल की जर्नी हर युवा को प्रेरित कर रही है। उनके पिता ने हमेशा उन्हें पढ़ाई और लिखाई में प्रोत्साहित किया। 2011 में विशाल ने मैट्रिक टॉप किया था। साल 2013 में उन्होंने आईआईटी कानपुर में बीटेक के लिए प्रवेश लिया। उनकी जॉब एक बड़ी कंपनी में लग गई। विशाल की सफलता उनकी मेहनत और लगन का परिणाम है।

उन्होंने यूपीएससी परीक्षा को पास करके गरीब परिवार के लिए मिसाल बनाई। विशाल को अपने अध्यापक गौरी शंकर ने मदद की और आर्थिक सहायता भी की। उनकी मां ने परिवार की देखभाल करते हुए बहुत मेहनत की। विशाल ने कठिन परिस्थितियों में भी हार नहीं मानी। विशाल की सफलता ने उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ बनाया। उनकी परिवार के सदस्यों ने उनका साथ दिया और सहायता की। विशाल का उदाहरण युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें सफलता की ओर ले जाया। विशाल ने अपने परिवार का नाम रोशन किया। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी अपना मंजिल हासिल की। विशाल की कहानी यह बताती है कि जीवन में सफलता के लिए मेहनत और लगन सबसे महत्वपूर्ण होती है।

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