Success Story: UPSC की परीक्षा को पास करने के लिए उम्मीदवार को ज्यादा कुछ नहीं चाहिए. यह परीक्षा कोई भी पास कर सकता है लेकिन उनके अन्दर वो जूनून चाहिए . जो उसे चैन से बैठने न दे. एक सकारात्मक जूनून से इन्सान हो चाहे वो पा सकता है. UPSC की परीक्षा को बहुत छोटी बात हो जाती है. शिविका हंस में भी जूनून ही था जो उन्हें IAS बनवाया. क्योकि वो एक साधारण परिवार से आती है. और बिना जूनून के हमेशा अपने आप को मोटीवेट रखना मुश्किल होता है.
शिविका पंजाब के पटियाला की रहने वाली है. उनकी कहानी उनके गांव के सभी लोगो के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन गई है. जैसे वो एक साधारण से फोटोग्राफी की दुकान चलाने वाली की बेटी ने UPSC की परीक्षा को क्रैक किया वो काबिले तारीफ है. शिविका ने यूपीएससी 2023 की परीक्षा में तीसरे प्रयास में 300वीं रैंक हासिल की है. उनके इस सफलता की यात्रा में कई महत्वपूर्ण मोड़ और संघर्ष शामिल हैं.
शिविका की माँ बताती है की शिविका में पढ़ाई के प्रति समर्पण बचपन से ही दिखने लगा था. उन्होंने कक्षा 10वीं की पढ़ाई पटियाला जिले के होली एंजेल स्कूल, राजपुरा से की जिसमे उनको 94% अंक प्राप्त हुए थे. इसके बाद उन्होंने अंग्रेजी में बीए (ऑनर्स) किया. इसी दौरान उनके मन में IAS अधिकारी बनने का ख्याल आया था. तब से वो रोज यही की सपना देखा करती थी. उनके अन्दर एक जूनून सा आ गया था की मुझे करना है.
शिविका के पिता राजपुरा में फोटोग्राफी की दुकान चलाते हैं. उनके पिता एक व्यवसायी हैं और उनकी दुकान से ही परिवार का गुजारा चलता है. माँ घर का काम-काज संभालती है. IAS बनने के सफ़र में उनके माता-पिता का पूरा समर्थन मिला. आज पुरे गांव शिविका पर गर्व कर रहा है.