बृजकिशोर ने यह साबित कर दिया है की किसी भी काम को छोटे से शुरू करके भी बड़ी इंडस्ट्री बनाई जा सकती है. आपको बता दें की बगहा-2 प्रखंड के विनवलिया गांव का निवासी बृजकिशोर जिले के सबसे बड़े होजरी कपड़े के निर्माताओं में से एक हैं।

उन्हें कभी दो हजार रुपए महीना कमाने के लिए दूसरे राज्य गुडगाँव में मजदूरी करनी पड़ी थी. उन्होंने वो नौकरी छोड़ने का फैसला लिया. सोचा की क्यों न खुद का कुछ किया जाए. फिर उन्होंने कपडा का काम करना का सोचा. लेकिन अब उनकी महीने की कमाई ढाई लाख से ज्यादा है।

गरीबी के कारण मजदूरी करना पड़ा. लेकिन अब उनकी फैक्ट्री में दो दर्जन कारीगर रोजगार पाते हैं। 17 वर्ष की उम्र में काम शुरू करने वाले बृजकिशोर की कहानी से कई लोग प्रेरित हो रहे हैं। उनकी मासिक कमाई अब लगभग 30 लाख है। गरीबी के कारण उन्हें 10वीं के बाद मजदूरी करनी पड़ी।

बृजकिशोर एक किसान परिवार से आते है. पिता छोटे किसान थे। 10 वर्षों तक काम करने के बाद उनकी कमाई 8 हजार रुपए हो गई थी। बृजकिशोर ने अपनी कमाई से मशीन का सेटअप किया। उनकी फैक्ट्री में विन चीटर, टी शर्ट, ट्रैक पैंट और अन्य कपड़े बनते हैं। उन्होंने अपनी मेहनत से अच्छा प्रगति की है। फिर उन्होंने फैक्ट्री स्थापित की। उनकी कहानी से कई लोग प्रेरित हो रहे हैं।

Rishav Roy, a journalist with four years of expertise, excels in content writing, news analysis, and cutting-edge ground reporting. His commitment to delivering accurate and compelling stories sets him...