दिल्ली मेट्रो लगातार नई-नई तकनीक के उपयोग से मेट्रो को और आधुनिक बनाती जा रही. मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली मेट्रो के जितने भी एलिवेटेड रूट है सभी पर अब ड्रोन से नजर रखी जाएगी. दिल्ली मेट्रो फ़िलहाल मेट्रो की आवाजाही की देख-रेख मैन्युअल तरीके से करती है. अब सारी देख-रेख ड्रोन के मदद से की जाएगी.
पिछले लगभग 20 सालों में दिल्ली मेट्रो (DMRC) ने लगभग 400 किलोमीटर का दिल्ली मेट्रो नेटवर्क बना लिया है. सभी का सर्वेक्षण अभी पुराने तरीके से होता आ रहा है. लेकिन अब मेट्रो इंस्पेक्शन के लिए हाई रेसोल्यूशन कैमरा (4K resolution) वाला ड्रोन लाया जायेगा . इस ड्रोन कैमरों की मदद से DMRC (दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन) आसानी से किसी जगह पर तकनिकी खराबी को पहचान कर उसे अतिशीघ्र हल कर सकती है.
दिल्ली मेट्रो के लगभग 65% मेट्रो एलिवेटेड है. इस सारी मेट्रो रेल और मेट्रो स्टेशन पर कुछ न कुछ खराबी आती ही रहती है. मैन्युअल तरीके से उस जगह पर पहुचने में वक़्त भी ज्यादा लगता है. तब तक मेट्रो का कार्य बाधित रहता है. इसी लिए इस ड्रोन इंस्पेक्शन पर विचार किया जा रहा है. दिल्ली मेट्रो का कहना है की इस ड्रोन से हम एक छोटे से बॉल बेअरिंग से लेकर ऊँचा पुल तक सभी पर नजर रख सकते है.
दिल्ली मेट्रो के स्पोक्सपर्सन ने बताया की इस अत्याधुनिक ड्रोन से हम फूट ओवर ब्रिज , escalator ( जो बाहर लगे है ), मेट्रो स्टेशन कनेक्शन पॉइंट , गर्डर पुल, रैंप, travelator , पर चल रहे लोगो पर भी नजर रख सकते है. इससे दिल्ली मेट्रो में चल रहे लोग और सुरक्षित महसूस करेंगे.