दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो नेटवर्क के विस्तार से यात्रियों को एक और बड़ी सुविधा का एलान कर दिया गया है. अब एक ही ट्रैक पर RRTS रैपिड रेल, दिल्ली मेट्रो और लाइट ट्रांजिट मेट्रो ट्रेन चलेगी. जी हां आपको बता दें की गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नॉएडा वेस्ट सभी जगह को एक ही मेट्रो से जोड़ने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है. जानकारी के अनुसार यह कॉरिडोर कुल 72 किलोमीटर लंबा बनाया जाएगा. यह कॉरिडोर दिल्ली से शुरू होकर गाजियाबाद नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट होते हुए सीधे जेवर एयरपोर्ट (नॉएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट) तक जाएगा. अब दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाले , नॉएडा जाने वाले और नॉएडा एयरपोर्ट जाने वाले को यह कॉरिडोर सफ़र को काफी आसान बना देगा.

इस मेट्रो कॉरिडोर में कुल 22 स्टेशन होंगे. खबर के अनुसार लगभग सभी स्टेशनो में से 21 स्टेशन एलिवेटेड होंगे और मात्र एक भूमिगत होगा. इस प्रोजेक्ट का मकसद है दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न हिस्सों को एकजुट करना और गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के विकास में योगदान देना. इस प्रोजेक्ट की एक विशेषता यह है कि मेट्रो और रैपिड रेल और ट्रांजिट लाइट मेट्रो तीनो एक ही ट्रैक पर चलेंगी. आपको बता दें की ग्रेटर नॉएडा में परी चौक से नॉएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक एक लाइट ट्रांजिट मेट्रो चलाने पर विचार किया जा रहा है. इसलिए इस लाइट रेल ट्रांजिट (एलआरटी) सेवाओं को भी इसी ट्रैक पर संचालित किया जाएगा.

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण जिसे यीडा भी कहा जाता है. यीडा इस पूरे प्रोजेक्ट को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. लेटेस्ट खबर के मुताबिक यीडा ने इसके लिए पूरा खाका तैयार कर लिया है और आगामी फरवरी से इस पर काम शुरू किया जाएगा. इस कॉरिडोर के निर्माण की अवधि लगभग 4-5 वर्षों की होगी. वर्तमान में ग्रेटर नॉएडा वेस्ट जिसे नॉएडा एक्सटेंशन भी कहते है वहां अभी मेट्रो की कनेक्टिविटी नहीं है. इस प्रोजेक्ट से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के विकास और जेवर एयरपोर्ट तक की सीधी कनेक्टिविटी के साथ यह प्रोजेक्ट क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को और मजबूत करेगा.