यूपीएससी की परीक्षा में सफलता के लिए महत्वपूर्ण काम की ललक है। गंधर्व राठौर ने उसी ललक को पूरा किया। यूपीएससी की परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा की तैयारी करते हैं। गंधर्व राठौर की कठिनाईयों के बावजूद सफलता की कहानी है।
उन्होंने दो बार प्रयास किया। पहले प्रयास में उन्हें सफलता नहीं मिली, लेकिन दूसरे प्रयास में सफल हुए। उन्होंने कोचिंग का सहारा नहीं लिया। गंधर्व राठौर ने मेहनत की और नोट्स संग्रह किये। उन्होंने तैयारी में कोचिंग से कमजोरी नहीं दिखाई। उन्होंने मुख्य परीक्षा की तैयारी में बहुत समय लगाया। गंधर्व राठौर 2016 बैच की आईएएस अधिकारी हैं।
उन्होंने जयपुर से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। दिल्ली यूनिवर्सिटी से उन्होंने ग्रेजुएशन किया। वर्ष 2015 में उन्होंने पीजी की पढ़ाई पूरी की। यूपीएससी की तैयारी में हॉबी को भी महत्व दिया। गंधर्व राठौर ने प्रेजेंटेशन और कम्युनिकेशन स्किल पर फोकस किया। उन्होंने उम्मीदवारों को हॉबी को फॉलो करने की सलाह दी। गंधर्व राठौर की सफलता की कहानी और उनकी मेहनत प्रेरणा है। यह दिखाता है कि मेहनत और लगन से किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है।