दोस्तों सिविल सेवा UPSC की एग्जाम में सफलता हासिल करना हर एक उम्मीदवार का सपना होता है. वही इस कठिन एग्जाम में समिल तो लाखों उम्मीदवार होते है किन्तु सफलता कुछ होशियार उम्मीदवार ही हासिल कर पाते है. वही कुछ उम्मीदवार तो ऐसे भी होते है. जो अपनी मेहनत के बदौलत पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर लेते है.
वही कुछ उम्मीदवार को लम्बे समय का इंतजार करना पड़ता है. ठीक इसी तरह कहानी है आईएएस चंद्रिमा अत्री की जिनको यूपीएससी परीक्षा में लगातार चार तीन बार असफलता मिली किन्तु उन्होंने बिना हार माने अपनी प्रयास जारी रखी. और अपने चौथी प्रयास में पुरे देश में 72वां रैंक हासिल की. आइये जानते है इनके यूपीएससी के सफलता के बारे में….
जानकरी के मुताबिक आईएएस चंद्रिमा अत्री मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली है. चंद्रिमा कहती है कि उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए बहुत मेहनत की है. साथ ही चंद्रिमा यह भी कहती है की उन्होंने इसके लिए खुद से भी पढाई किया करती थी. तब जाकर उन्हें यह सफलता मिली है.
चंद्रिमा बताती है. की आईएएस बनने का सपना उनका शुरू से ही था. जिसको लेकर उन्होंने शुरू से ही पढाई लिखाई को लेकर ज्यादा सीरियस रही. वह कहती है कि सिविल सेवा परीक्षा में उन्हें लगातार तीन बार असफलता झेलनी पड़ी किन्तु उन्होंने हार नही माना और चौथी प्रयास में सफलता हासिल कर आईएएस बन गई.