IAS success story: दोस्तों संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विस परीक्षा को बहुत ज्यादा मुश्किल परीक्षा में से एक कहा गया है. और विद्यार्थी को इसे इस परीक्षा में सफल होने के लिए कई वर्ष लग जाते हैं. लेकिन कुछ विद्यार्थी ऐसे भी होते हैं. जो फेल हो जाने के बाद भी उसे नहीं छोड़ते हैं.
और सारे परेशानी को झेलते हुए. परीक्षा में पास हो जाते हैं. ऐसे ही कुछ लेख आईएएस अफसर अजहरुद्दीन काजी(Azharuddin Quazi) का है. अजहरुद्दीन काजी जो दो बार फेल होने के बाद. 7 वर्षों तक बैंक में जॉब की फिर उनका मन कुछ और करने का हो गया. जिसके बाद उन्होंने फिर से तैयारी शुरू कर दी.
और आईएसएस अफसर बन गए.अजहरुद्दीन काजी(Azharuddin Quazi) की घर की स्थिति कुछ सही नहीं था. उनका बचपन काफी कष्टों में गुजरा था.
IAS success story: उनके पिता टैक्सी चलाकर अपना गुजर-बसर करते थे. फिर भी उनके पिता उनको पढ़ाई लिखाई में कोई दिक्कत नहीं आने देते थे. इतने कष्टों के बाद भी उन्होंने ग्रेजुएशन पूरा किया. और उसके बाद दिल्ली चले गए. दिल्ली जाने के बाद. अजहरुद्दीन काजी(Azharuddin Quazi) यूपीएससी परीक्षा के बारे में सोचा. दिल्ली जाने के लिए उनके पास टिकट तक के लिए किराया किराया नहीं था.
उसके बाद उनके पिता ने कैसे भी करके उनके टिकट के पैसों का इंतजाम किया. और उन्हें दिल्ली भेजा. दिल्ली जाकर उन्होंने एक ऐसे संस्थान में परीक्षा दिया. जो यूपीएससी के लिए मेधावी विद्यार्थियों को मुफ्त में तैयारी कराती थी.
IAS success story: परीक्षा के बाद उनका नामांकन हो गया.और उन्होंने मेहनत करना शुरू कर दिया. अजहरुद्दीन काजी(Azharuddin Quazi) ने 2010 में यूपीएससी की प्रथम एग्जाम दी. लेकिन वह एग्जाम में फेल हो गए. फिर दूसरी बार 2018 में. फिर से प्रयत्न किया. फिर भी उन्होंने पास नहीं किया. लगातार दो बार असफल होने सेउनका विश्वास डगमगा गया. और उन्होंने यूपीएससी की तैयारी छोड़ दी.
IAS success story: उसके बाद उन्होंने बैंक के जॉब में फॉर्म अप्लाई किया. उसके बाद उनको बैंक में जॉब लग गई. और वह बैंक में नौकरी करने लगे .अजहरुद्दीन काजी (Azharuddin Quazi) लगभग 7 वर्षों तक बैंक में जॉब किये. और फिर जब उनके घर की हालत सही हो गया. तो फिर उन्होंने दोबारा यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने का मन बना लिया. फिर कुछ लोगों ने उन्हें मूर्ख कहा लेकिन इन सब बातों से उन पर कोई फर्क नहीं पड़ता. जिसके बाद वह तैयारी में लग गए.
IAS success story: और फिर तीसरी बार एग्जाम दिया.और वह तीसरी बार भी फेल हो गए. तीन बार फेल हो जाने के बाद भी उन्होंने अपना लक्ष्य को नहीं छोड़ा था. वर्ष 2019 में उन्हें उनका परिश्रम का फल मिला. ऑल इंडिया में 315 रैंक लाई..