IAS Success Story: दोस्तों आज की इस खबर में हम महाराष्ट्र के नासिक के एक छोटे से गांव के रहने वाले आईएएस नवजीवन पवार (IAS Navjeevan Pawar) के बारे में बताने जा रहा हूं. जिन्होंने बचपन में अपने माता-पिता के साथ किया करते थे खेतों में काम एवं वह अपने पढ़ाई में भी काफी तेज थे. जिसके चलते उन्होंने अपने ग्रेजुएशन के बाद यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी और अपनी कड़ी मेहनत से यूपीएससी के परीक्षा के पहले प्रयास में 316 वीं रैंक हासिल कर आईएएस अफसर बन गए.
IAS UPSC Success Story: दोस्तों आपको हम बता दें कि आईएस नवजीवन पवार एक साधारण परिवार से थे. उनके पिता एक किसान थे. आईएस नवजीवन पवार (IAS Navjeevan Pawar) ने अपनी शुरुआत की पढ़ाई महाराष्ट्र के सरकारी स्कूल से ही पूरी की. एवं 12वीं के बाद उन्होंने सिविल इंजीनियर का डिग्री भी हासिल किए और उसके बाद वह दिल्ली जाकर यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी भी शुरू कर दी. और यूपीएससी के परीक्षा के पहले प्रयास में अपनी कठिन मेहनत से ऑल इंडिया में 316 वी रैंक हासिल कर अपने माता-पिता सहित पूरे देश का नाम रोशन कर दिए.
IAS Success Story: आईएस नवजीवन पवार (IAS Navjeevan Pawar) का जन्म महाराष्ट्र के नासिक जिले के नदी वेद गांव में हुआ था. उनके पिता एक किसान हैं. और वही उनकी मां एक प्राइमरी स्कूल की टीचर है. आईएएस नवजीवन पवार ने साल 2018 की पेशी के परीक्षा के पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर आईएएस अफसर बन गए. आईएएस नवजीवन पवार (IAS Navjeevan Pawar) ने अपनी इतनी बड़ी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया.