IAS UPSC Success Story: दोस्तों आज की इस खबर में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के डोरी नगर के रहने वाले एक महान बेटे रिंकू सिंह राही के बारे में बात करने जा रहे हैं. जिनके पिता एक मामूली आटा चक्की चलाते थे. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने की वजह से रिंकू सिंह राही (Rinku Singh Rahi) ने अपने शुरुआत की पढ़ाई सरकारी स्कूल से ही पूरी की थी. और वह अपनी कड़ी मेहनत से साल 2021 की यूपीएससी की परीक्षा मे 683 वी रैंक हासिल कर आईएएस अफसर बन गए.
IAS Success Story: आईएएस रिंकू सिंह राही (IAS Rinku Singh Rahi) ने अपने जीवन के पहली शुरुआत साल 2004 में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पीसीएस परीक्षा में सफलता प्राप्त की थी. हालांकि, इस पद में उनको नियुक्ति मिलने के बाद उनकी जिंदगी में एक अहम मोड़ आया और उसके बाद वह साल 2008 में रिंकू सिंह राही को मुजफ्फरनगर जिले में समाज कल्याण अधिकारी के रूप में नियुक्ति कर दी गई थी.
IAS Success Story: आईएएस रिंकू सिंह राही (IAS Rinku Singh Rahi) ने वहां अच्छे काम करते हुए उस जिले में स्कॉलरशिप के नाम पर चल रहे घोटाला का पता लगाकर उस पर कार्रवाई भी किया. जिसके कारण रिंकू सिंह राही कुछ गुंडे के नजरें मे आ गए एवं उस पर कुछ गुंडे ने गोलियां भी चलाई जिससे 1 गोली रिंकू सिंह के मुंह पर लग गया जिससे उनका मुंह का चेहरा भी बुरी तरह से बिगड़ गया.
IAS Success Story: आईएएस रिंकू सिंह राही (IAS Rinku Singh Rahi) ने अपने जीवन में इतना कुछ होने के बाद भी वह अपनी हिम्मत हार नहीं मानी और अपनी करी मेहनत से युपीएससी की तैयारी करने लगे थे. और साल 2021 के यूपीएससी के परीक्षा के पहले ही प्रयास में 683 वी रैंक हासिल कर आईएएस अफसर बन गए. अभी वर्तमान में वह हापुड़ में समाज कल्याण अधिकारी हैं.