New Delhi: दिल्ली के सराय काले खां आरआरटीएस मेट्रो स्टेशन पे जल्द लोगों को सुविधा होगी। यहां 82 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर बनने जा रहा है। यह मेट्रो स्टेशन हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन और वीर हकीकत राय आईएसबीटी रेलवे स्टेशन के करीब बनाया जा रहा है, 280 मीटर लंबे एसओबी के जरिए आरआरटीएस मेट्रो स्टेशन और रेलवे स्टेशन को आपस में जोड़ा जाएगा। लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यहां एफओबी पर ट्रैवलेटर भी बनाया जाएगा। यह स्टेशन 215 मीटर लंबा, 50 मीटर चौड़ा और 15 मीटर ऊंचा होगा। और आपको बता दें अब तक ट्रैवलेटर की सुविधा एयरपोर्ट पर ही देखी जाती थी, किंतु आज यात्रियों को अब यह सुविधा आरआरटीएस स्टेशन पर भी देखने को मिलेगी।
पहले सराय काले खां आरआरटीएस स्टेशन और हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के बीच 300 मीटर की दूरी थी और इसलिए लोगों की सुविधा के लिए एक फुट ओवर ब्रिज की आवश्यकता की जरूरत थी ताकि यात्री इन दोनों परिवहन साधनों के बीच आसानी से यात्रा कर सकें।
आपको बता दें यह स्टेशन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि फेज एक के सभी तीन प्रमुख आरआरटीएस कॉरिडोर दिल्ली पानीपत, दिल्ली, एसएनबी, अलवर और दिल्ली, गाजियाबाद और मेरठ इस स्टेशन पर मिलेंगे। इस इंटरऑपरेबिलिटी से यात्रियों को एक कॉरिडोर से दूसरे कॉरिडोर में बिना स्टेशन छोड़े आसानी से यात्रा करने में सुविधा होगी।
रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के लिए आरआरटीएस की योजना के मूल में मल्टी-मोडल एकीकरण रखा गया है। आरआरटीएस स्टेशन को हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशनों, मेट्रो स्टेशनों और अंतरराज्यीय बस टर्मिनलों के साथ जोड़ा जाएगा। यह योजना ऐसे बनाया गया है की यात्रियों को रेलवे स्टेशन से रोड पर पैदल चलकर ना जाना पड़े और वह अंदर से ही मेट्रो स्टेशन तक पहुंच जाए।
इससे लोगों को तो सुविधा होगी ही होगी बल्कि सराय काले खां स्टेशन के आसपास होने वाली ट्रैफिक की समस्या भी कम हो जाएगी और लोगों को आने जाने में आसानी होगी। सराय काले खां स्टेशन पर इस योजना पर काम बड़े जोरों शोरों से शुरू कर दिया गया है, अभी इस पिलर बनने जा रहे हैं। स्टेशन के तीन लेवल होंगे, ग्राउंड, कॉन्कोर्स और प्लेटफॉर्म लेवल। समवर्ती स्तर पर सुरक्षा, टिकटिंग और अन्य कंप्यूटर केंद्रित सुविधाएं बनाई जाएगी।