केंद्र सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कोई तोहफा नहीं दिया। अप्रैल-जून तिमाही के लिए ब्याज दरें स्थिर रखी गई हैं। केंद्रीय सरकार ने आगामी वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया। सरकार ने स्मॉल सेविंग स्कीमों पर ब्याज दरों में इजाफा नहीं किया है।

यह लगातार 7 तिमाहियों में पहला मौका है जब सरकार ने इस पर बदलाव नहीं किया है। सरकारी नोटिफिकेशन के अनुसार, कई लघु बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरें बिना किसी बदलाव के रहेंगी। इससे समझता है कि वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए ब्याज दरें स्थिर रहेंगी। स्मॉल सेविंग स्कीमों का ब्याज रेट सुकन्या समृद्धि स्कीम और सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम पर 8.2% है।

नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट का ब्याज दर 7.7% है। पब्लिक प्रॉविडेंट फंड का ब्याज दर 7.1% है। किसान विकास पत्र का ब्याज दर 7.5% है (115 महीने के लिए)। मंथली इनकम अकाउंट का ब्याज दर 7.4% है। अन्य स्मॉल सेविंग स्कीमों के ब्याज रेट भी उच्च हैं। सेविंग डिपॉजिट का ब्याज दर 4% है।


1 ईयर टाइम डिपॉजिट का ब्याज दर 6.9% है।
2 ईयर टाइम डिपॉजिट का ब्याज दर 7.0% है।
3 ईयर टाइम डिपॉजिट का ब्याज दर 7.1% है।
5 ईयर टाइम डिपॉजिट का ब्याज दर 7.5% है।
5 ईयर रिकरिंग डिपॉजिट का ब्याज दर 6.7% है।


सरकारी सिक्योरिटीज के मार्केट यील्ड में गिरावट के बावजूद ब्याज दरों में कोई कमी नहीं हुई। स्मॉल सेविंग इंटरेस्ट रेट्स को कंपेयरेबल मैच्योरिटी की इन गवर्नमेंट सिक्योरिटीज के बेस पर निर्धारित किया जाता है। इससे समझते हैं कि सरकार ने स्मॉल सेविंग स्कीम्स को स्थिर रखने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के माध्यम से सरकार ने स्मॉल सेविंग्स को बदलावों से मुक्त रखा है। सरकार का उद्देश्य है कि समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए छोटी बचत योजनाओं को बनाए रखना। इससे स्मॉल सेविंग स्कीम्स के बाजार में स्थिरता बनी रहेगी।

Rishav Roy, a journalist with four years of expertise, excels in content writing, news analysis, and cutting-edge ground reporting. His commitment to delivering accurate and compelling stories sets him...