दोस्तों यह काहानी है. पूर्णिया के रहने वाली रोशनी की. बता दे कि रौशनी ने गरीबी से लड़कर अपने कठिन परिश्रम के साथ दरोगा परीक्षा में सफलता हासिल कर अपने परिवार और जिला का नाम रौशन की है. आइये जानते है इनके इस उपलब्धि के बारे में…
जानकारी ले अनुसार रौशनी मूल रूप से बिहार राज्य के पूर्णिया जिला के निवासी है. इनके पिता का नाम कन्हैया लाल दास है जो कि वो एक ई- रिक्शा ड्राइवर है. और अपने पूर्णिया में ही ई- रिक्शा चलाते है. वही रौशनी की माँ का नाम रेखा है. जो की वो एक हाउसवाइफ है.
रौशनी बताती है. कि वह पहले (BPSC) क्रैक करना चाहती थी. किन्तु बीपीएससी क्रैक करने में कुछ ज्यादा वक्त लग जाता इसी अन्तराल में उन्हें दरोगा की बहाली की सुचना मिली. और उन्होंने पूरी मेहनत और लगन के साथ तैयारी कर दरोगा की परीक्षा में सामिल हुई. और सफलता हासिल की.