संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा को देश का सबसे मुश्किल परीक्षाओ में से एक माना गया है. और इस मुश्किल परीक्षा में हर एक साल लाखों उम्मीदवार सामिल होते है. लेकिन सफलता कुछ तेज तरार उम्मीदवार ही हासिल कर पाते है.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बता रहे है. जिन्होंने अपने पिता की मौत, कोरोना जैसे तमाम मुस्किलो का सामना करते हुए की UPSC की तैयारी और सफलता हासिल कर बनी आईएएस आइये जानते है आईएएस गरिमा लोहिया की यूपीएससी यात्रा के बारे में …
मूल रूप से बिहार की रहने वाली गरिमा अपनी शुरुआती पढाई भी बिहार से ही पूरा की है. इसके बाद उन्होंने सनबीम भगवानपुर से 12th की पढाई पूरा की. फिर आगे गरिमा दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढाई पूरा की.
ग्रेजुएशन की पढाई पूरा करने के बाद गरिमा बिहार लौट आई और पूरी मेहनत के साथ यूपीएससी की तैयारी शुरू की बता दे की गरिमा ने घर से ही रात 9 बजे से सुबह 9 बजे तक पढ़ाई कर सिविल सेवा परीक्षा में सामिल हुई. और वर्ष 2015 में पुरे देश में दूसरा रैंक हासिल कर आईएएस बन गई.