दोस्तों हर साल भारत देश के द्वारा सिविल सेवा UPSC की परीक्षा का आयोजन किया जाता है. और कठिन परीक्षा हर साल लाखों कैंडिडेट्स भाग लेते है. और सफलता हासिल कर आईएएस आईपीएस बनते है. आज हम आपको आईएएस वंदना सिंह चौहान की कहानी बता रहे है. आइये जानते है.
वंदना सिंह चौहान मूल रूप से हरियाणा के नसरुल्लागढ़ गांव की रहने वाली है. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई की तो वंदना ने अपनी शुरुआती पढाई हिंदी मीडियम स्कूल से पूरा की है. रोजाना 12-14 घंटे पढ़ाई करने वाली वंदना के पिता का नाम महिपाल सिंह चौहान है.
दरअसल वंदना के गांव में कोई अच्छा स्कूल नहीं था जिसकी वजह से उन्हें कही बाहर पढाई के लिए जाना पड़ा. वंदना सिंह चौहान ने आगरा के डॉ. बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय में LLB में अपना नामाकन करवाई और ऑनलाइन पढ़ाई करके LLB की पढाई पूरा की.
बात करे हम इनकी यूपीएससी के बारे में तो वंदना ने अपने घर पे रहकर ही यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की. और वर्ष 2012 में आयोजित यूपीएससी की परीक्षा में उन्होंने पुरे देश में 8वीं रैंक हासिल की और आईएएस बन गई.