दोस्तों यूपीएससी की यात्रा हर उम्मीदवार के लिए अलग होता है. कई उम्मीदवार इस परीक्षा में अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल करता लेता है. तो बहुत उम्मीदवार को इस परीक्षा को पास करने में लंबा समय का इंतजार करना पड़ता हैं. ऐसी ही प्रेरणादायक कहानी आईएएस हरप्रीत सिंह की है.
मूल रूप से लुधियाना के रहने वाले हरप्रीत सिंह बचपन से ही पढाई लिखाई में काफी होशियार रहे है. बता दे कि हरप्रीत की माँ एक शिक्षिका और पिता बिज़नेस मैन है. पढाई लिखाई में हमेशा से आगे रहने वाले हरप्रीत की प्रारंभिक पढाई ग्रीन ग्रोव पब्लिक स्कूल से पूरा हुआ है.
वही आपको बता दे कि हरप्रीत अपनी ग्रेजुएशन की पढाई पूरा करने केबाद अपने दोस्त के यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी के लिए चंडीगढ़ गए. चंडीगढ़ जाकर उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए एक कोचिंग ससंस्थान में अपना नामाकन करवाया. और तैयारी शुरू किये.
आपको बता दे कि यूपीएससी की तैयारी के दौरान उन्हें एक प्राइवेट कंपनी से अच्छी नौकरी का ऑफर आया. और हरप्रीत नौकरी को स्वीकार कर नौकरी के साथ UPSC की तैयारी करने लगे. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी परीक्षा का पहला एटेम्पट दिया. जिसमे वह असफल हो गये.
पहले एटेम्पट में असफलता मिलने के बाद भी उन्होंने अपना प्रयास जारी रखा. और फिर से प्रयास किये बता दे कि अगले एक दो एटेम्पट में भी उनकी सिलेक्शन नही हो पाया किन्तु उन्हें सीएपीएफ में जगह मिल गई. इसके बाद भी उन्होंने अपना प्रयास जारी रखा और अपने पाचवे प्रयास में 454वीं रैंक के साथ उन्होंने अपना सपना पूरा किया.