संघ लोक सेवा आयोग UPSC की परीक्षा को देश का सबसे कठिन परीक्षाओ में से एक माना गया है और इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए हार साल लाखों उम्मीदवार इस कठिन परीक्षा में सामिल होते है. किन्तु सफलता कुछ होशियार उम्मीदवार ही हासिल कर पाते है.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बता रहे है. जिन्होंने अपने पिता के मौत के बाद किये पंक्चर बनाने का काम फिर किताबें उधार लेकर किये सिविल सेवा UPSC की तैयारी और 32वीं रैंक के साथ बने IAS आइये जानते है आईएएस वरुण बरनवाल की सफलता के बारे में…
जानकारी के अनुसार आईएएस वरुण बरनवाल मूल रूप से महाराष्ट्र के शहर बाइसोर के रहने वाले है. छोटी सी उम्र में पिता की निधन के बाद परिवार का पूरा भार वरुण के कंधो पर आ गया जिसके बाद वरुण अपने पिता की दुकान पर साइकिल मरम्मत का काम संभाला और पंचर जोड़कर परिवार का चलाने लगे.
वही आपको बता दे कि इंजीनियरिंग करने के बाद वरुण ने सिविल सेवा UPSC की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दिए उन्होंने अपने कड़ी मेहनत और लगन से करीब 8 वर्ष के बाद यूपीएससी परीक्षा में पुरे देश में 32वीं रैंक के साथ IAS अफसरबनने का सपना पूरा किये.