दोस्तों यह कहानी है चित्रकूट जिले के मऊ तहसील के रामनगर उपरौली ग्राम पंचायत के रहने वाले मूलचंद मिश्रा के बेटे धनंजय ने अपने पिता के सपनों को साकार करते हुए एक बड़ा मुकाम हासिल किया है. बता दे कि धनंजय ने कठिन परिस्थितियों के बावजूद भू-वैज्ञानिक बनकर पूरे गांव और जिले का नाम रोशन किया है. आइये जानते है इनकी सफलता के बारे में…
मूल रूप से चित्रकूट के रहने वाले है. धनंजय ने अपनी शुरुआती शिक्षा गांव में ही पूरी की. इंटरमीडिएट की पढ़ाई के बाद उन्होंने बीएससी और एमएससी की डिग्री प्रयागराज से हासिल की. इसके बाद धनंजय ने मुंबई का रुख किया जहां उन्होंने कठिन परिश्रम के साथ भू-वैज्ञानिक बनने की तैयारी शुरू की.
अपने लक्ष्य को पाने के लिए उन्होंने दिन-रात मेहनत की. बता दे कि धनंजय 15 से 17 घंटे रोजाना पढ़ाई कर पूरी मेहनत और लगन के साथ केंद्रीय खान मंत्रालय द्वारा आयोजित सीजीएसई परीक्षा में 48वीं रैंक हासिल की. जिसके बाद उनका चयन भू-वैज्ञानिक के पद पर हुआ.