success story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा को देश का सबसे कठिन परीक्षाओ में से एक माना गया है. और इस कठिन परीक्षा में हर एक साल लाखों कैंडिडेट्स सामिल होते है. और सफलता हासिल कर आईएएस आईपीएस बनते है. वही बहुत ऐसे कैंडिडेट्स होते है जो अपने पहले और दुसरे प्रयास में ही सफलता हासिल कर लेते है. तो वही बहुत कैंडिडेट्स को लम्बे समय का इंतज़ार करना पड़ता है. कुछ ऐसे ही कहानी आईएएस श्रद्धा गोमे की. आइये जानते है इनकी सफलता के बारे में….
जानकारी के अनुसार श्रद्धा गोमे मूल रूप से मध्य प्रदेश की निवासी है. इनके पिता का नाम रमेश कुमार गोमे है. जो की वो एक रिटायर्ड एसबीआई अफसर हैं. वही इनकी माँ का नाम वंदना गोमे है. जो की वो एक गृहणी है. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई की तो बचपन से ही पढाई लिखाई में तेज श्रद्धा गोमे (सेंट राफेल्स एच.एस. स्कूल) से अपनी पढाई पूरा की है.
वही आपको बता दे कि श्रद्धा गोमे ने अपनी 10th और 12th बोर्ड परीक्षा में स्कूल टॉपर रही है. इसके साथ ही उन्होंने इंटरनेशनल डिबेट प्रतियोगिता भी जीत हासिल की है. इसके बाद श्रद्धा गोमे ने लॉ एंट्रेंस परीक्षा दी और इस परीक्षा में भी उन्होंने टॉप किया. और इसके बाद उन्हें NLSIU बेंगलुरु में एडमिशन मिला. आपको बता दे कि श्रद्धा गोमे ने वर्ष 2018 में बीए एलएलबी में सफलता हासिल की.
पढाई पूरी होने के बाद श्रद्धा को हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड में मैनेजर की जॉब मिल गई थी. किन्तु उन्होंने नौकरी छोड़ कर यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला की. और तैयारी शुरू की. आपको बता दे कि श्रद्धा ने साल 2020 में अपनी पूरी मेहनत और लगन के साथ तैयारी कर पहली बार UPSC की परीक्षा में सामिल हुई और उन्होंने अपनी पहली ही प्रयास में सेल्फ स्टडी के बदौलत पुरे देश में 60वीं रैंक हासिल. की और IAS बनी.