कहते हैं कि मंजिल उन्हीं को मिलती है. जिनके सपनों में जान होती है. हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले की राखी शर्मा ने इस कहावत को सही साबित कर दिखाया है. सरकारी स्कूल से पढ़ाई करके भारतीय सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट बनने का उनका सफर न केवल प्रेरणादायक है. बल्कि यह उन लोगों के लिए भी एक मिसाल है. जो सरकारी शिक्षा को कमतर समझते हैं. आइये जानते है इनकी कहानी के बारे में…
जानकारी के मुताबिक राखी शर्मा मूल रूप से सिरमौर जिला के उपमंडल संगड़ाह की निवासी है. वही रखी का चयन भारतीय सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट के पद पर हुआ है. उनके इस मुकाम से न केवल उनके परिवार को गर्व हो रहा है. बल्कि पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है.
वही बात करे हम इनकी पढाई लिखाई कि तो राखी बचपन से ही पढाई लिकाही में काग्फी होशियार रही है. वही इन्होने अपनी शुरुआती पढाई संगड़ाह से पूरा की है. इसके बाद राखी 10th और 12th की पढ़ाई के बाद अकाल अकादमी बड़ू साहिब से बीएससी नर्सिंग की पढाई पूरा की है.
राखी ने इस मुकाम को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत और बहुत संघर्ष की है. राखी ने सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर यह साबित कर दिया कि किसी भी प्रकार की शिक्षा महत्वपूर्ण हो सकती है. यदि उसे सही दिशा और प्रयास से प्राप्त किया जाए.