दोस्तों मंजिलें बड़ी हों तो उन्हें हासिल करने के लिए प्रयास भी उतने ही विशाल होने चाहिए. इस कहावत को सच कर दिखाया है बाड़मेर के गुड़ानाल गांव की बेटी यति राजपुरोहित ने. बता दे कि यति का चयन जापान के अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय में पीजी डिग्री के लिए हुआ है. जहां उसे 45 लाख जापानी येन की छात्रवृत्ति भी मिली है. आइये जानते है यति राजपुरोहित की इस उपलब्धि के बारे में….
यति ने अपनी शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय से पूरी की. जहां उसकी शैक्षणिक दक्षता और जापानी भाषा का ज्ञान उसकी सफलता का आधार बने उसे इस क्षेत्र में विशेष दक्षता हासिल है. जिससे उसका चयन आसान हुआ. यति का लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय संबंधों में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त करना है. जो दो साल के पाठ्यक्रम के बाद संभव होगा.
यति का परिवार शिक्षा के प्रति काफी समर्पित रहा है. उसके दादा स्व. दयाल सिंह राजपुरोहित पूर्व स्वतंत्रता सेनानी थे. और परिवार में शिक्षा के प्रति विशेष रुचि दिखाई देती है. यति के परिवार में कर्नल प्रेम प्रकाश और ब्रिगेडियर (डॉ.) जीवन सिंह जैसे अधिकारी शामिल हैं. जिन्होंने उसे हमेशा प्रेरित किया.
यति केवल अपने परिवार की पांचवीं सदस्य नहीं है जिसने विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त की. बल्कि वह अपने गांव की भी एक प्रेरणा बनी है. उसने हाल ही में दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जापान के लिए प्रस्थान किया. उसके जाने से पहले उसके परिवार की पूर्व प्रधान गरिमा राजपुरोहित ने उसे शुभकामनाएं दी. और गांव में उसके स्वागत की योजना बनाई.