संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है. लाखों उम्मीदवार हर वर्ष IAS, IPS बनने के सपने के साथ इस परीक्षा में शामिल होते हैं. लेकिन सफलता की दर बहुत कम होती है. आज हम आपको एक ऐसी महिला की कहानी बता रहे है जिन्होंने MBBS की पढ़ाई को बीच में ही छोड़कर शुरू की UPSC की तैयारी और पहले प्रयास में सफलता हासिल कर IAS बन गईं आइये जानते है आईएएस तरुणी पाण्डेय की यूपीएससी यात्रा के बारे में…

जानकारी के अनुसार IAS तरुणी पाण्डेय मूल रूप से पश्चिम बंगाल के चितरंजन की रहने वाली हैं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा जमताड़ा से हुई. तरुणी हमेशा से पढ़ाई में तेज रहीं और डॉक्टर बनने का सपना देखती थीं. उन्होंने MBBS की तैयारी की लेकिन स्वास्थ्य समस्याओं के कारण उन्हें दूसरे वर्ष में ही पढ़ाई छोड़नी पड़ी.

स्वास्थ्य ठीक होने के बाद तरुणी ने सरकारी कार्यालयों में काम करने की शैली देखी और सिविल सेवा की तैयारी करने का निर्णय लिया. उन्होंने पहली बार 2020 में सिविल सेवा परीक्षा के प्रीलिम्स की तैयारी की. लेकिन परीक्षा से चार दिन पहले कोविड का शिकार हो गईं. इसके बाद उन्होंने 2021 में फिर से प्रयास किया और प्रीलिम्स में सफलता हासिल की.

तरुणी की मेहनत और दृढ़ संकल्प ने उन्हें सफलता दिलाई. आपको बता दे की उन्होंने केवल चार महीने की सेल्फ स्टडी के माध्यम से 2021 में आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में भाग लिया. इस तैयारी में उन्होंने समर्पण के साथ पढ़ाई की और पूरे देश में 14वीं रैंक हासिल की. और आईएएस बन अपना सपना पूरा की.