वेदांता ने कर्ज कम करने की योजना बनाई है। योजना के अनुसार, कंपनी अरबों डॉलर के कर्ज का पुनर्भुगतान करेगी। योजना का लक्ष्य है कि अगले 3 साल में 3 बिलियन डॉलर का कर्ज कम हो। वेदांता लौह अयस्क और इस्पात संपत्तियों को बेचकर पैसे जुटाएगी। आयरन और स्टील एसेट को वित्त वर्ष 2024-25 में मनीटाइज किया जा सकता है।


वेदांता रिसॉर्सेज लिमिटेड की योजना है कि उसके कुल कर्ज को 2026-27 तक 3 बिलियन डॉलर कम किया जाए। यह काम बिना लिस्टेड कंपनी के ऊपर कर्ज के बोझ को बढ़ाए बिना किया जाएगा। वेदांता रिसॉर्सेज लिमिटेड एक ग्लोबल मेटल-माइनिंग कंपनी है। इसका हेडक्वार्टर लंदन में है। भारतीय अनुषंगी वेदांता लिमिटेड भारत में लिस्टेड है। वेदांता के शेयर आज एनएसई पर 1.73 फीसदी उछला। वेदांता अपनी भारतीय यूनिट को छह अलग वर्टिकल में डिमर्ज करना चाहती है।

इसे अगले वित्त वर्ष के अंत तक पूरा किया जा सकता है। वेदांता ने 2012 से 2017 के दौरान अपनी विभिन्न एंटिटीज का मर्जर किया था। उसकी योजना शेयर बाजार में एक से ज्यादा कंपनी को लिस्ट कराने की भी थी। योजना के अनुसार, अप्रैल से जून 2024 के बीच वेदांता अपनी संपत्तियों को बेचेगी। वेदांता रिसॉर्सेज लिमिटेड के कर्ज को कम करने का प्लान अनिल अग्रवाल के नेतृत्व में है। यह योजना भारतीय बाजार के लिए महत्वपूर्ण है। वेदांता की योजना का लक्ष्य है कंपनी के फायदे को बढ़ाना। यह कार्यक्रम कंपनी के लिए समृद्धि और स्थिरता का स्रोत बन सकता है। वेदांता की इस कदम से वित्तीय स्थिरता में सुधार हो सकता है। यह कंपनी के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे अर्थव्यवस्था को भी फायदा हो सकता है। वेदांता का यह प्रयास स्थिर और सुरक्षित भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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