कभी मैंने एक फ़िल्मी गाना सुना था “माँ ही मंदिर , माँ ही पूजा , माँ से बड़ा न कोई दूजा”. यह गाना माँ को समर्पित था. आज एक विडियो सोशल मीडिया पर देखा तो मुझे वो गाना फिर से याद आ गया. उस विडियो में मैंने देखा की माँ का स्थान सबसे ऊपर होता. माँ अपने बच्चो से हमेशा अनकंडीशनल प्रेम करती है. माँ के प्रेम के बारे में कुछ भी लिखा जाए वो कम ही होगा. माँ के प्रेम को ना ही समझा जा सकता है और ना ही किसी तराजू से तौला जा सकता है.
उस विडियो में साफ-साफ़ देखा जा सकता है की एक माँ सड़क किनारे बैठी अपने बच्चो को प्रेम कर रही है. वो अपने बच्चें के माथे को चूम रही है. उसे खूब दुलार कर रही है. उस विडियो के देख कर हम यह कह सकते है की माँ न तो गरीब होती है और न ही अमीर होती है. माँ तो बस माँ होती है.
अब तक इस विडियो को एक लाख से ज्यादा लोग देख चुके है. कई हजार लोगो ने इसपर कमेंट भी किये है. समाज के हर कोने में माँ का प्यार अद्वितीयता से भरा होता है. एक माँ के लिए उसके बच्चे ही सब कुछ होते हैं, चाहे वह गरीब हो या अमीर।
विडियो निचे दिए गए है- देखे :