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: NPS और PPF में जम कर करे निवेश

: मासिक EMI आपके सैलरी से 30% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.

लोग जिंदगी पर नौकरी करते है. लेकिन वो हमेशा रिटायरमेंट प्लान (Retirement financial Plan) के बारे में ही सोचते रहते है. क्योकि उम्र 60 के बाद तो कोई काम नही देगा और रिटायर होना पड़ेगा. उस वक्त अगर आपके पास अच्छा फण्ड बैंक में नहीं है तो काफी दिक्कत से बुढ़ापा गुजरेगी.

आज हम आपके लिए कुछ ऐसी ट्रिक लेकर आये है जिसमे मदद से आप रिटायरमेंट से पहले अमीर बन सकते है. जी हाँ 30 से 35 हजार रुपया कमाने वाला भी रिटायरमेंट से पहले अमीर बन सकता है.

प्रति महीने ज्यादा से ज्यादा बचत करे

सबसे पहले मासिक बेतन में से खर्चा और बचत पर अधिक ध्यान देने की जरुरत होगी. आप यह जान लीजिये की सबसे पहले इन्सान को मासिक खर्च में बचत पर ध्यान देना होगा. रिटायरमेंट के बाद काम आने वाली स्कीम के बारे में आपको जानकारी लेनी होगी . वैसे तो कई सारी इन्सुरेंस कंपनी एक से एक प्लान/स्कीम दे रही है.

Retirement financial Plan में PPF और NPS काफी अच्छा स्कीम है

लेकिन उन सभी में से PPF और NPS सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला कारगर उपाय है. जो लोग जॉब करते है उनको अभी से ही PPF में अधिक से अधिक रकम देने चाहिए. फिर रिटायरमेंट के वक्त आपको अच्छा अमाउंट हाथ लगेगी. वहीँ National Pension System में भी आपको अच्छी रकम देनी चाहिए.

NPS के बारे में आपको बता दें की अगर कोई व्यक्ति 8 हजार के आसपास रुपया प्रति महीने 25 से 30 वर्ष तक NPS के सेविंग स्कीम में डालते है तो उनको रिटायरमेंट में बाद कुल 70 से 80 हजार रुपया पेंशन मिलेगी. आज के हिसाब से यह एक बड़ी रकम है. लेकिन भविष्य में 80 हजार रुपया की कितनी कीमत होती है ये तो वक्त ही बताएगा.

50% खर्च 30% बचत स्कीम में और 20% मनपसंद खर्च मस्ती

एक और ट्रिक है जिससे आप अच्छा रूपये महीने के हिसाब से बचा सकते है. वो है  50-30-20. इसका मतलब है की आप अपने सैलरी को कुल 3 पार्ट में डिवाइड कर दीजिये जिसमे से मान लेते है किसी की सैलरी 50,000 रुपया है तो उसमे से 25,000 वो अपने घर के खर्चे में मासिक खर्च में दे. फिर 30% हिस्सा वो EMI , PPF, NPS जैसे स्कीम पर दे और लास्ट में 20% के हिस्से में मौज मस्ती करे.

अगर कोई व्यक्ति नया घर खरीद रहा है तो उनको अपने घर के EMI पर ध्यान देने की जरुरत है. अगर सैलरी मात्र 50 हजार है तो घर का लोन की EMI 15 से 20 हजार रुपया से ज्यादा नही होनी चाहिए. नहीं तो पूरी सैलरी ख़त्म हो जाएगी. लास्ट में हाथ में सिर्फ घर आएगा. बचत नहीं हो पायेगी.